सीतापुर – आज दुनिया में हम बेशुमार गुनाह करते हैं फिर भी अल्लाह हम पर अजाब नाजिल नहीं फरमाता

by | Oct 13, 2022 | अपराध, ई पेपर, जनहित, नेशनल, बड़ी खबर, राजनीती, स्थापना और प्रेरणा | 0 comments

बिसवां सीतापुर: हमारे आका मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम सारे जहानों के लिए रहमत बनाकर भेजे गए हैं | उन्ही का सदका है कि आज दुनिया में हम बेशुमार गुनाह करते हैं फिर भी अल्लाह हम पर अजाब नाजिल नहीं फरमाता | यह बात मोहल्ला मियां गंज स्थित दारुल उलूम मोइनिया रहमानिया मे तंजीम फिदाए रहमतुल लिल आलमीन द्वारा आयोजित जश्ने रहमतुल लिल आलमीन में खिताब करते हुए मुफ़्ती तौसीफ रजा सम्भली ने कही | उन्होंने कहा कि नबी पाक की मीलाद मनाना हम सबके लिए बक्शीश का जरिया है क्योंकि जब जहन्नुम में अबू लहब को नबी की पैदाइश की ख़ुशी में एक नौकरानी को आजाद करने के सिले में उसकी उँगलियों से चश्मे जारी हो सकते हैं तो हम लोग तो अपने नबी पाक के गुलाम हैं | हमें अल्लाह इसका बेहतर अजर अता फरमाएगा | उन्होंने नबी पाक की सीरत बयान करते हुए कहा कि जब मासूम बच्चियों को जिन्दा कब्रों में दफनाया जा रहा था उस समय हमारे नबी ने बेटी की अजमत को बुलंद करके बच्चियों को जिन्दा दफनाने से बचा लिया | बेटी बचाओ का नारा तो हमारे नबी ने लगभग 15 सौ साल पहले ही दे दिया था | हमारे नबी ने समाज के हर वर्ग को उसका हक़ दिया जीने का अधिकार दिया | मां के क़दमों में जन्नत रख दी, यतीमों बेवाओं का मर्तबा बुलंद कर दिया | उन्होंने नबी पाक की अजमत बयान करते हुए कहा कि हमारे नबी को अल्लाह ने सारे नबियों में आला बनाकर भेजा है | बचपन से लेकर 63 साल की उम्र तक उनकी पूरी जिंदगी में उन्होंने हमेशा गरीबों, मजलूमों की मदद की, बेसहारों को सहारा दिया | जलसे का आगाज हाफिज कुर्बान अली ने कुरआन की तिलावत से किया व शायरे इस्लाम जाकिर रजा बहराईची ने नाते पाक पढ़कर महफ़िल में शमा बाँध दिया जिसे सुनकर लोग नबी की मोहब्बत में झूमते रहे | आखिर में मेहमाने खुसूसी मुफ़्ती सय्यद हस्सान बिन नूर वास्ती ने मुल्क में अमन व खुशहाली व मुल्क की तरक्की के लिए दुआ मांगी | जलसे की निजामत अनवर अली मुजफ्फरपुरी ने की | मौलाना अनवार हुसैन कादरी ने मेहमाने खुसूसी सय्यद हस्सान बिन नूर वास्ती व मुफ़्ती तौसीफ रजा सम्भली व अनवर अली व जाकिर रजा बहराईची को बैज लगाकर अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया तथा सय्यद हस्सान बिन नूर वास्ती ने रबीउल अव्वल के मौके पर मस्जिदे नबवी का मॉडल बनाने वाले बिलाल खान, मो० मुस्तकीम, रेहान कादरी, हस्सान रजा को सम्मानित कर उनकी हौसला अफजाई की एवं दुआओं से नवाजा | अंत में मौलाना फैजान कादरी ने आये हुए महमानों का शुक्रिया अदा किया तथा सलातो सलाम के बाद शीरनी तकसीम के साथ जलसे का समापन हो गया | जलसे में हाफिज जीशान बरकाती, मौलवी शाहबाज, हाफिज अदनान, हाफिज अय्यूब ने भी ख़िताब किया | इस मौके पर मौलाना जीशान शक्काफी, मास्टर तबस्सुम हुसैन, मौलवी इस्माइल कादरी, सय्यद हुसैन कादरी, नुरुद्दीन अंसारी, महबूब अली, एजाज अली, सलमान रजा, रफीउद्दीन अंसारी समेत बड़ी संख्या में नबी के दीवाने मौजूद रहे |