भदोही जिले के दुर्गागंज थाना क्षेत्र के अर्जुनपुर मंदिर के पास शनिवार को दोपहर में 17 साल की प्रयागराज जनपद निवासी किशोरी अचेतावस्था में मिली। दुपट्टे से उसका हाथ व पैर बंधा था। साथ ही वह अचेत थी। गैंगरेप के बाद उसे वहां फेंकने की खबर के बाद पुलिस के हाथ पांव फूल गए। मौके पर एएसपी, सीओ भदोही व सुरियावां तथा दुर्गागंज थाने की पुलिस पहुंची। जिला अस्पताल में उसके होश आने पर मामला कुछ और ही निकला, जिस पर पुलिस ने राहत की सांस ली।अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने बताया कि प्रयागराज जिले के हंडिया थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी किशोरी की शादी दो साल पहले दुर्गागंज थाना क्षेत्र के अर्जुनपुर गांव बिंद बस्ती निवासी एक युवक के साथ तय हुई थी। उस दौरान लड़की के बड़े पिता ने ही आकर शादी को बिगाड़ने का काम किया था। उसका लड़की केपिता से जमीनी विवाद चल रहा था। जिस पर लड़के के पिता ने शादी से इनकार कर दिया था। लेकिन किशोरी व लड़के मोबाइल से बात लगातार हो रही थी। वह शादी का दबाव बना रही थी। युवक के न मानने पर उसने अपने चेचरे भाई के साथ मिलकर ड्रामा किया।उसे अचेतावस्था में सीएचसी सुरियावां व और फिर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश आने पर पहले लड़के पर आरोप लगाया। लेकिन कड़ाई से पूछताछ में सच कबूल लिया। ऐसा उसने लड़के व उसके परिवार पर शादी के लिए दबाव बनाने को किया था। कहा कि मामले से प्रयागराज पुलिस को भी अवगत कराया गया है। किशोरी के पिता व भाई बाहर रहते हैं। मां से बात हुई है। मामले में देर शाम तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था। उधर, प्रकरण का सच सामने आने के बाद लोग तरह-तरह की चर्चाएं करते देखे गए।