फुरसतगंज अमेठी : फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवलेपमेंट इंस्टीट्यूट, फुर्सतगंज के केंद्र-प्रभारी व कनिष्ठ परामर्शदाता – (फूटवेयर विभाग) श्री वरुण गुप्ता द्वारा ” ए बी सी ऑफ फुटवियर टेक्नोलॉजी” नामक पुस्तक, आईएसबीएन: 9798888832424 के साथ प्रकाशित की गई है। उन्होंने सह-लेखक श्री ए.वी. सुरेश (एम.टेक-फुटवियर साइंस एंड इंजीनियरिंग) के साथ इस पुस्तक को प्रकाशित किया है। श्री ए.वी. सुरेश वर्तमान में रोमन सी॰ए॰ डी॰ (फ्रांस) में एक वरिष्ठ तकनीकी सलाहकार के रूप में कार्य कर रहे हैं। पुस्तक का प्रकाशन नोशन प्रेस चेन्नई द्वारा किया गया है।”ए बी सी ऑफ फुटवियर टेक्नोलॉजी”, जैसा कि नाम से स्पष्ट है, एक ही गुलदस्ते में संपूर्ण फुटवियर का समागम है। ये पुस्तक चित्रों के माध्यम से फुटवियर उद्योग के बारे में बहुत ही सूक्ष्म रूप से जानकारी प्रदान करती है। पुस्तक में परिचय, फुट एंड लास्ट, लेदर एंड फैब्रिक्स, नेस्टिंग, ग्राइंडरी, टूल्स, मशीन और फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग की प्रक्रिया आदि अध्याय हैं, जिन्हें 30 भागों में विभाजित किया गया है।इस पुस्तक की सामग्री दुनिया भर में फुटवियर उद्योग के विद्यार्थियों, तकनीशियनों, पर्यवेक्षकों और प्रबंधकों के लिए भी फायदेमंद है। गहन अध्ययन से पाठकों को दिन-प्रतिदिन की उत्पादन स्थितियों का समाधान प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यह पुस्तक कॉरपोरेट्स, सरकारी संगठनों और पीएसयू से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं और साक्षात्कार का सामना करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए सहायक होगी।पुस्तक नोशन प्रेस की वेबसाइट पर उपलब्ध है (https://notionpress.com/read/abc-of-footwear-technology), अमेज़न और फ्लिपकार्ट।श्री वरुण गुप्ता वर्तमान में फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवलेपमेंट इंस्टीट्यूट, फुर्सतगंज के केंद्र-प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं। इन्होने 20 वर्षो से अधिक अनुभव के साथ कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में कार्य किया है। श्री गुप्ता ने बोत्सवाना व दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में फुटवियर टेक्नोलोजी के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया है। इनके कई शोध पत्र राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में भी प्रकाशित हो चुकें हैं। श्री गुप्ता ने विभिन्न शोध सम्मेलनों में 10 से ज्यादा शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं इनके लेख विभिन्न पत्र पत्रिकाओं व समाचार पत्रों में प्रकाशित होते रहते हैं। इस पुस्तक के प्रकाशन पर एफ डी डी आई के प्रबंध निदेशक श्री अरुण कुमार सिन्हा (आई॰ ए॰ एस॰) तथा संस्थान के विभिन्न अधिकारियों व कर्मचारियों ने बधाई दी।