– सीतापुर। चिंता और तनाव किसी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि यह दूसरी अन्य कई मुश्किलों को जन्म देता है। चिकित्सकों की मानें तो चिंता और तनाव से सर दर्द, माइग्रेन, उच्च अथवा निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याएं व मोटापा, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं जन्म लेती हैं। यह बात मनोचिकित्सक डॉ. प्राशू अग्रवाल ने सोमवार को ऐलिया सीएचसी पर आयोजित मानसिक जागरूकता संगोष्ठी में कही। संगोष्ठी का आयोजन मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह के तहत विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर आयोजित की गई थी। डॉ. प्राशू अग्रवाल ने संगोष्ठी में मौजूद मानसिक मरीजों, उनके परिवारीजन, आशा कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों को कई खास बातें बताई। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। मानसिक तनाव से बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में 10 से 16 अक्टूबर तक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य लोगों में मानसिक विकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए इस वर्ष की थीम ‘सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य व कल्याण को वैश्विक प्राथमिकता बनाइए’ है।चिकित्सा मनोवैज्ञानिक केके मिश्रा ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह के तहत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जागरूकता शिविरों का आयोजन एवं अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसी क्रम में स्कूली बच्चों, महिलाओं, किशोर व बुजुर्गों के लिए अलग-अलग जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे। शिविर में मनोरोगियों की पहचान कर उनकी काउंसलिंग की जाएगी। गंभीर रोगियों को भर्ती भी किया जाएगा। जागरूकता कार्यक्रम पूरे सप्ताह आयोजित किए जाएंगे। इस मौके पर मानसिक रोगियों की स्क्रीनिंग की गई। साथ ही उनके परिवारीजन, आशा कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों को जागरूक किया गया। मरीजों को दवाओं का भी वितरण किया गया। इस मौके पर ऐलिया सीएचसी अधीक्षक डॉ. कुमार गौरव सहित अन्य चिकित्सक व मेडिकल कर्मी मौजूद रहे।